Kiran Choudhry Nomination- हरियाणा में किरण चौधरी ने राज्यसभा के लिए नामांकन भरा; BJP की टिकट पर नॉमिनेशन फाइल

हरियाणा में किरण चौधरी ने राज्यसभा के लिए नामांकन भरा; BJP की टिकट पर नॉमिनेशन फाइल, कहा- आने वाला समय भी भाजपा का

 Haryana BJP Leader Kiran Choudhry File Nomination For Rajya Sabha

Haryana BJP Leader Kiran Choudhry File Nomination For Rajya Sabha

Kiran Choudhry Nomination: हरियाणा में 1 सीट पर होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी नेता किरण चौधरी ने नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने के दौरान किरण चौधरी के साथ सीएम नायब सैनी, हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली के अलावा कई विधायक और मंत्री समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। ज्ञात रहे कि, एक दिन पहले ही किरण चौधरी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा कर दी थी।

हरियाणा की यह राज्यसभा सीट दीपेंदर हुड्डा के इस्तीफे के चलते खाली हुई है। क्योंकि दीपेंदर हुड्डा ने रोहतक लोकसभा सीट से जीत के बाद उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया था। दीपेंदर हुड्डा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक के लिए बचा था। ऐसे में जब किरण चौधरी राज्यसभा जाएंगी तो उनका कार्यकाल करीब दो साल का होगा। राज्यसभा सीट के लिए 3 सितंबर को उपचुनाव होगा और 3 सितंबर को ही नतीजे की घोषणा की जाएगी।

फिलहाल, राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने और नामांकन दाखिल करने के बाद किरण चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मनोहर लाल का आभार जताया है। इसके साथ ही किरण चौधरी ने हरियाणा सीएम व उन्हें समर्थन देने वाले सभी विधायकों के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। वहीं किरण चौधरी ने कहा कि, मेरे परिवार का बीजेपी के साथ बहुत पुराना रिश्ता रहा है। चौधरी बंशीलाल ने भी बीजेपी के साथ मिलकर जब सरकार चलाई थी उस समय पूरा हरियाणा समृद्ध हुआ था।

आने वाला समय भी भाजपा का

किरण चौधरी ने कहा कि, मैंने पीएम मोदी की नीतियों और मनोहर लाल से प्रभावित होकर बीजेपी जॉइन की थी। मैंने पार्टी इसलिए भी जॉइन की क्योंकि आने वाला समय बीजेपी का है, जो भी पार्टी देश हित और प्रदेश हित के लिए काम करती है उससे जुड़ना मेरा सौभाग्य है। किरण चौधरी ने कहा कि, मैंने हमेशा से बहुत ईमानदारी और अच्छी नियत से काम किया है। अब मैं आगे हरियाणा के सारे मुद्दे राज्यसभा में उठाऊंगी। जिस तरह विधानसभा में उठाती रही हूं।

सीएम सैनी ने दी जीत की अग्रिम बधाई

हरियाणा सीएम नायब सैनी ने किरण चौधरी को जीत की अग्रिम बधाई दे दी है। सीएम सैनी ने कहा कि, देश के सबसे उच्च सदन राज्यसभा की सदस्यता के लिए हरियाणा से वरिष्ठ नेत्री किरण चौधरी ने नामांकन दाखिल किया। अब संसद में हरियाणा के लोगों की प्रखर आवाज पहुंचनी तय है। किरण चौधरी को जीत की अग्रिम बधाई।

वहीं सीएम ने कहा कि, हमारे सभी विधायक हमारे साथ मौजूद हैं। उन सभी ने किरण चौधरी का समर्थन किया है। वहीं अन्य विधायकों ने भी किरण चौधरी को समर्थन दिया है। सीएम ने बताया कि, जोगीराम सिहाग, अनूप धानक, नयनपाल रावत ने किरण चौधरी को समर्थन दिया। वहीं रामनिवास सूरजाखेड़ा, रामकुमार गौतम और गोपाल कांडा में भी अपना समर्थन किरण चौधरी को दिया है।

किरण चौधरी को राज्यसभा भेजने का सर्वसम्मति से फैसला

सीएम नायब सैनी ने कहा कि, किरण चौधरी को राज्यसभा भेजने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। अलग-अलग दल की अपनी राजनीति होती है। किरण चौधरी को राज्यसभा भेजने के लिए जीतने समर्थन की आवश्यकता होती उससे ज्यादा विधायकों ने समर्थन दिया। सीएम ने कहा कि, किरण चौधरी का लंबा अनुभव रहा है। वह हरियाणा के मुद्दों को प्रमुखता से राज्यसभा में उठाएंगी और उनके जाने से राज्यसभा में हमारी ताकत भी बढ़ेगी।

5 बार विधायक रहीं किरण चौधरी

किरण चौधरी का राजनीतिक जीवन काफी लंबा है। वह अच्छे से राजनीति को समझती हैं। खासकर हरियाणा की राजनीति पर उनकी अच्छी पकड़ है। बता दें कि, किरण चौधरी 5 बार विधायक रहीं है और इस दौरान वह 2 बार कैबिनेट मंत्री भी रहीं। इसके साथ ही वह हरियाणा की सीएलपी लीडर भी रहीं। वहीं इसके अलावा किरण चौधरी दिल्ली विधानसभा में पूर्व डिप्टी स्पीकर भी रह चुकी हैं। इसी साल जून में किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। किरण चौधरी के साथ बेटी श्रुति भी जून में बीजेपी में आ गई थीं। वह भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से सांसद भी रह चुकी हैं।

किरण चौधरी जाट समाज से आती हैं, जिस वर्ग में बीजेपी अपनी पैठ बनाना चाहती है। वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता रहे बंसीलाल की बहू हैं। उनका भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र में बड़ा जनाधार माना जाता है। किरण चौधरी कांग्रेस में रहते हुए भी भूपिंदर सिंह हुड्डा खेमे से अलग मानी जाती थीं। कहा जाता है कि उनके कांग्रेस छोड़ने की वजह यह थी कि उन्हें बेटी श्रुति के लिए लोकसभा टिकट की उम्मीद थी, लेकिन उनकी बजाय कांग्रेस ने राव दान सिंह को मौका दिया। दान सिंह को हुड्डा का भरोसेमंद माना जाता है। इसी से नाराज होकर किरण चौधरी ने बीजेपी जॉइन कर ली थी।

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